...और सामने खुला आकाश...
thodi sa likha par umda likhabadhaihttp://sanjaykuamr.blogspot.com/
बहुत सुन्दर पंक्तियाँ और भाव है !
वाह जी बहुत सुंदर लिखा है.
परछाइयों पर फिर भीखोज रहीं कुछ किरणें रवि की ...सुन्दर बिम्ब दिया है
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4 comments:
thodi sa likha
par umda likha
badhai
http://sanjaykuamr.blogspot.com/
बहुत सुन्दर पंक्तियाँ और भाव है !
वाह जी बहुत सुंदर लिखा है.
परछाइयों पर फिर भी
खोज रहीं कुछ किरणें रवि की ...
सुन्दर बिम्ब दिया है
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